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Punjab news: सुखबीर बादल पर हमले के बाद शिरोमणि अकाली दल का नगर निगम चुनाव में हिस्सा लेने का ऐलान

Punjab news: शिरोमणि अकाली दल (SAD) की कोर कमेटी की बैठक शुक्रवार को चंडीगढ़ में हुई, जिसमें अमृतसर के श्री हरिमंदिर साहिब में अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल पर हुए जानलेवा हमले पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। इस बैठक में अकाली दल ने आगामी नगर निगम चुनावों में भाग लेने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, बैठक में सुखबीर बादल पर हमले को लेकर पंजाब सरकार और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए गए।

अकाली दल ने नगर निगम चुनाव लड़ने का किया ऐलान

बैठक में SAD के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भुंदर ने कहा कि कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से नगर निगम चुनावों में भाग लेने का निर्णय लिया है। इसके तहत पार्टी जल्द ही चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार करेगी और अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी। भुंदर ने कहा कि यह निर्णय पार्टी की मजबूती और पंजाब में अकाली दल की राजनीतिक स्थिति को फिर से स्थापित करने के लिए लिया गया है।

Punjab news: सुखबीर बादल पर हमले के बाद शिरोमणि अकाली दल का नगर निगम चुनाव में हिस्सा लेने का ऐलान

सुखबीर बादल पर हमले में पंजाब सरकार और पुलिस पर आरोप

सुखबीर बादल पर हमले के बाद अकाली दल के नेताओं ने पंजाब सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब में हुए इस हमले को दो दिन से ज्यादा का वक्त गुजरने के बाद भी सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस गंभीर घटना के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की और पंजाब पुलिस की भूमिका संदिग्ध बनी हुई है।

बिक्रम सिंह मजीठिया ने इस मामले में पंजाब पुलिस और मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार को कठघरे में खड़ा किया। मजीठिया ने आरोप लगाया कि हमले के दौरान ड्यूटी पर तैनात एसपी हरपाल सिंह आतंकवादी नारायण चौरा के साथ लगातार संपर्क में थे, जो कि सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से दिखाया गया है। बावजूद इसके अमृतसर पुलिस कमिश्नर और पंजाब के डीजीपी गौरव यादव इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।

गवर्नर से मिलने की योजना

डॉ. चीमा ने कहा कि वे इस मामले में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मिलकर इस हमले की निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे। इसके अलावा, उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस्तीफे की मांग की और कहा कि जब तक इस मामले की सही जांच नहीं होती, तब तक मुख्यमंत्री का पद संभालना उचित नहीं है।

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक 9 दिसंबर को

सुखबीर बादल पर हमले को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की बैठक 9 दिसंबर को अमृतसर में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी और जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के बीच इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी। इन दोनों नेताओं के बीच एक घंटे तक बातचीत चली, जिसमें अकाली दल की स्थिति और श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा छह महीने के भीतर शिरोमणि अकाली दल की नई कमेटी बनाने की बात की गई।

अकाली नेतृत्व को खत्म करने की साजिश: मजीठिया

बिक्रम मजीठिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पंजाब पुलिस इस मामले में केवल दिखावा कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और सरकार का रवैया इस हमले के मामले में बहुत संदिग्ध है। मजीठिया और डॉ. चीमा ने एसपी हरपाल रंधावा की भूमिका पर सवाल उठाए, जो इस हमले में आरोपी के साथ संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि एसपी ने पहले दिन ही युवा नेताओं और एसजीपीसी के सचिव को घटनास्थल से हटने के लिए कहा, जबकि वे खुद हमलावर नारायण चौरा के साथ हाथ मिला रहे थे।

दल खालसा और गुरप्रताप सिंह वडाला पर भी सवाल उठाए गए

अकाली दल के नेताओं ने मजीठिया के नेतृत्व में दल खालसा और उसके सदस्य गुरप्रताप सिंह वडाला के बारे में भी सवाल उठाए। मजीठिया ने आरोप लगाया कि दल खालसा भारतीय संविधान के खिलाफ है और खालिस्तान का समर्थन करता है। उन्होंने वडाला से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि वह इन मुद्दों पर अपनी स्थिति को स्पष्ट करें और यह बताएं कि वे किस पक्ष में हैं।

अकाली दल के नेताओं का कहना है कि सुखबीर बादल पर हुए हमले के पीछे एक बड़ी साजिश हो सकती है, जिसका उद्देश्य अकाली दल के नेतृत्व को कमजोर करना है। पार्टी ने इस हमले के मामले में पंजाब सरकार और पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं और एक निष्पक्ष जांच की मांग की है। इसके साथ ही, पार्टी ने नगर निगम चुनावों में भाग लेने का ऐलान किया है और जल्द ही अपनी रणनीति तैयार करने की बात की है। अब देखना यह है कि इस मामले में पंजाब सरकार और पुलिस क्या कदम उठाती है और क्या अकाली दल की मांगों को गंभीरता से लिया जाएगा।

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